New Rules Ration Card and Gas – अगर आप भी राशन कार्ड और गैस सिलेंडर का इस्तेमाल करते हैं तो ये खबर आपके लिए बहुत जरूरी है। सरकार ने 21 मई 2025 से इन दोनों से जुड़ी कई अहम नियमों में बदलाव करने का फैसला किया है। इसका मकसद सिस्टम को और पारदर्शी बनाना और फर्जीवाड़े पर रोक लगाना है।
डिजिटल राशन कार्ड होगा अनिवार्य
सबसे बड़ा बदलाव यह है कि अब सारे राशन कार्ड डिजिटल कर दिए जाएंगे। यानी पुराने कागजी राशन कार्ड खत्म हो जाएंगे और डिजिटल राशन कार्ड मिलेंगे। डिजिटल कार्ड से न केवल फर्जीवाड़े पर रोक लगेगी, बल्कि सरकार और आपको दोनों को यह पता रहेगा कि राशन का सही उपयोग हो रहा है या नहीं।
डिजिटल राशन कार्ड के साथ आधार लिंकिंग भी जरूरी होगी। साथ ही, अब हर राशन कार्डधारी को ई-केवाईसी करना अनिवार्य होगा। यह एक प्रकार का ऑनलाइन पहचान सत्यापन होता है, जिससे पता चलता है कि कार्डधारी असली है या नहीं।
डिजिटल कार्ड के जरिए आप अब ऑनलाइन अपने कार्ड में बदलाव, नाम जोड़ना या हटाना जैसी सुविधाएं घर बैठे आसानी से कर सकेंगे। इससे न सिर्फ समय की बचत होगी, बल्कि आपके दस्तावेज भी सुरक्षित रहेंगे।
गैस सिलेंडर बुकिंग और डिलीवरी में भी बदलाव
गैस सिलेंडर के मामले में भी सरकार ने नई व्यवस्थाएं लागू करने का निर्णय लिया है। अब सिलेंडर बुकिंग पूरी तरह से डिजिटल हो जाएगी। मतलब अब आपको अपने नजदीकी एजेंट के पास जाकर बुकिंग करने की जरूरत नहीं पड़ेगी। आप मोबाइल ऐप या वेबसाइट के जरिए बुकिंग कर सकेंगे।
डिलीवरी के समय भी सुरक्षा बढ़ाने के लिए ओटीपी वेरीफिकेशन अनिवार्य कर दिया जाएगा। जब सिलेंडर आपके घर आएगा तो आपको एक बार मोबाइल पर भेजा गया ओटीपी देना होगा। इससे गैस सिलेंडर की गलत डिलीवरी और चोरी जैसी घटनाओं पर रोक लगेगी।
सरकार ने सिलेंडर की लिमिट भी तय की है। अब हर परिवार महीने में अधिकतम दो सिलेंडर ही बुक कर सकेगा, जबकि सालाना लिमिट 6 से 8 सिलेंडर तक रहेगी। यह लिमिट भी फर्जीवाड़े को रोकने के लिए है ताकि कोई जरूरत से ज्यादा सिलेंडर का फायदा न उठा सके।
नई गैस सिलेंडरों में एक खास चिप लगाई जाएगी, जो सिलेंडर की खपत और डिलीवरी दोनों को ट्रैक करेगी। इससे पता चलेगा कि सिलेंडर का सही इस्तेमाल हो रहा है या कोई गड़बड़ी तो नहीं।
ई-केवाईसी हर साल करना होगा जरूरी
सरकार ने तय किया है कि अब राशन कार्ड और गैस सिलेंडर के लिए ई-केवाईसी हर साल अनिवार्य होगा। इसका मतलब है कि हर साल आपको अपनी पहचान का ऑनलाइन सत्यापन कराना होगा। अगर किसी कारणवश आप ई-केवाईसी नहीं कर पाते हैं, तो आपका राशन कार्ड कैंसिल भी किया जा सकता है।
यह कदम इसलिए जरूरी है क्योंकि पहले कई लोगों ने फर्जी दस्तावेज बनाकर राशन कार्ड और गैस सिलेंडर का दुरुपयोग किया था। ई-केवाईसी से यह सुनिश्चित होगा कि हर कार्डधारी असली है और कोई भी फर्जी तरीके से इसका लाभ नहीं उठा सकेगा।
फर्जीवाड़े पर सरकार की सख्ती
आजकल राशन कार्ड और गैस सिलेंडर के मामले में फर्जीवाड़ा एक बड़ी समस्या बन गया है। कुछ लोग नकली दस्तावेज बनाकर लाभ उठा लेते हैं, वहीं बिचौलिये भी इस धंधे में शामिल हैं। इसे रोकने के लिए सरकार ने कड़े कदम उठाए हैं।
ई-केवाईसी और डिजिटल कार्ड जैसे बदलावों से बिचौलियों की भूमिका खत्म हो जाएगी। अब हर चीज ऑनलाइन और पारदर्शी होगी, जिससे भ्रष्टाचार कम होगा।
इसके साथ ही राशन वितरण और गैस सिलेंडर की डिलीवरी में भी पारदर्शिता आएगी। सभी लेन-देन का रिकॉर्ड रहेगा और जरूरतमंद लोगों तक ही राशन और गैस पहुंचेगी।
आपके लिए क्या जरूरी है?
अगर आप राशन कार्डधारी हैं या गैस सिलेंडर इस्तेमाल करते हैं, तो ध्यान दें कि 21 मई के बाद ये नए नियम लागू हो जाएंगे। इसलिए अपने राशन कार्ड को डिजिटल करें और आधार से लिंक करें। ई-केवाईसी का समय-समय पर ध्यान रखें ताकि आपका कार्ड कैंसिल न हो।
गैस सिलेंडर की बुकिंग पूरी तरह डिजिटल होगी, इसलिए आपको अब मोबाइल ऐप या वेबसाइट का इस्तेमाल सीखना होगा। डिलीवरी के समय ओटीपी देना न भूलें, वरना गैस सिलेंडर नहीं मिल पाएगा।
ये सारे बदलाव शुरुआत में थोड़े मुश्किल लग सकते हैं, लेकिन ये देश में राशन और गैस सिलेंडर वितरण को ज्यादा भरोसेमंद और प्रभावी बनाने के लिए जरूरी हैं। इससे फर्जीवाड़ा खत्म होगा, सही लोगों तक ही मदद पहुंचेगी और सिस्टम ज्यादा पारदर्शी बनेगा।
सरकार का मकसद है कि हर नागरिक को उसका हक सही तरीके से मिले और कोई भी भ्रष्टाचार का फायदा न उठा सके।
इसलिए अब समय आ गया है कि हम भी इन बदलावों को समझें, नए नियमों के अनुसार अपनी जिम्मेदारी निभाएं और अपने साथ-साथ समाज के लिए भी बेहतर व्यवस्था बनाने में योगदान दें।
अगर आप अभी तक अपना राशन कार्ड डिजिटल नहीं कराए हैं या आधार लिंक नहीं किया है, तो जल्दी से ये काम कर लें ताकि नए नियम लागू होने के बाद आपको कोई परेशानी न हो।