Joint Home Loan – अगर आप घर खरीदने की सोच रहे हैं और थोड़ा स्मार्ट प्लान करना चाहते हैं, तो ये खबर आपके लिए बेहद जरूरी है। आज के समय में घर खरीदना आसान नहीं है। प्रॉपर्टी के दाम लगातार बढ़ते जा रहे हैं, लेकिन कुछ ऐसी तरकीबें हैं जिनसे आप न सिर्फ लोन आसानी से पा सकते हैं बल्कि उस पर अच्छा-खासा पैसा भी बचा सकते हैं। ऐसा ही एक तरीका है – अपनी पत्नी को होम लोन में जॉइंट अप्लिकेंट बनाना।
जी हां, अगर आप अपनी पत्नी को लोन में शामिल करते हैं तो आपको कई फायदे मिल सकते हैं। सिर्फ थोड़ी सी समझदारी और प्लानिंग से आप लाखों रुपये की बचत कर सकते हैं। चलिए जानते हैं कि पत्नी के साथ जॉइंट लोन लेने के क्या-क्या फायदे हैं और ये कैसे आपके काम आ सकते हैं।
ज्यादा लोन राशि मिलने की संभावना
मान लीजिए आपकी सैलरी इतनी नहीं है कि बैंक आपको मनचाही रकम का लोन दे दे। ऐसे में अगर आपकी पत्नी नौकरी करती हैं या उनकी खुद की कोई आय है, तो उनकी इनकम को मिलाकर बैंक आपको ज्यादा लोन देने के लिए तैयार हो जाता है। इसका सीधा फायदा ये होता है कि आप अपने बजट से थोड़ा बड़ा और बेहतर घर खरीद सकते हैं। साथ ही, लोन अप्रूव भी जल्दी हो जाता है क्योंकि दोनों की जॉइंट इनकम बैंक के लिए एक भरोसेमंद फैक्टर बनती है।
ब्याज दर में छूट – सालों की बचत
होम लोन पर बैंक महिलाओं को स्पेशल ब्याज दर ऑफर करते हैं। ये छूट आमतौर पर 0.05 फीसदी तक की होती है। सुनने में ये आंकड़ा छोटा लग सकता है, लेकिन जब इसे 15 से 20 साल के लोन टेन्योर पर लगाया जाए, तो लाखों रुपये की बचत हो जाती है। अगर आपकी पत्नी को-अप्लिकेंट हैं तो ये फायदा पूरे परिवार को मिलता है और आपका लोन हल्का हो जाता है।
इनकम टैक्स में डबल छूट – सालाना बड़ी राहत
अब बात करते हैं टैक्स की। अगर आप और आपकी पत्नी दोनों जॉइंट होम लोन में शामिल हैं और दोनों लोन की EMI भर रहे हैं, तो आप दोनों को इनकम टैक्स में छूट मिलती है।
- सेक्शन 80C के तहत हर कोई 1.5 लाख रुपये तक क्लेम कर सकता है।
- सेक्शन 24B के तहत 2 लाख रुपये तक की छूट मिलती है।
इस तरह दोनों मिलकर सालाना लगभग 7 लाख रुपये तक की टैक्स बचत कर सकते हैं। इससे न सिर्फ EMI भरना आसान हो जाता है, बल्कि आपकी सालाना आय पर टैक्स का बोझ भी काफी हल्का हो जाता है।
स्टांप ड्यूटी में मिलती है छूट – सीधे पैसे की बचत
अगर घर की रजिस्ट्री में महिला का नाम पहले आता है या वो को-ओनर होती हैं, तो कुछ राज्यों में उन्हें स्टांप ड्यूटी में छूट मिलती है। जैसे कि दिल्ली, महाराष्ट्र, पंजाब, राजस्थान जैसे कई राज्यों में महिलाओं को स्टांप ड्यूटी पर 1 से 2 प्रतिशत तक की राहत मिलती है। ये छूट सीधे आपकी जेब में बचत के रूप में जाती है, जो किसी भी बड़े शहर में 50 हजार से लेकर 1 लाख रुपये तक हो सकती है।
प्रधानमंत्री आवास योजना (PMAY) की सब्सिडी
अगर आप पहली बार घर खरीद रहे हैं और आपकी पत्नी को-ऑनर हैं, तो आपको प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत सब्सिडी मिल सकती है। इस योजना में पहली बार घर खरीदने वालों को सरकार की तरफ से 2.5 लाख रुपये तक की मदद मिलती है। लेकिन इस स्कीम का फायदा तभी मिलेगा जब महिला को-स्वामी हो। यानी अगर आप और आपकी पत्नी साथ मिलकर पहला घर खरीदते हैं, तो सरकार भी आपकी मदद करने के लिए तैयार है।
अब आप समझ ही गए होंगे कि सिर्फ अपनी पत्नी को लोन में शामिल करने से कितना कुछ बदल सकता है। ज्यादा लोन, कम ब्याज, डबल टैक्स छूट, स्टांप ड्यूटी में बचत और ऊपर से सरकार की सब्सिडी – ये सब मिलाकर एक बड़ा फायदा बन जाता है।
तो अगर आप घर खरीदने का प्लान बना रहे हैं तो सिर्फ बैंक से लोन लेने में जल्दी मत कीजिए। एक बार बैठकर अपने फाइनेंशियल प्लान को समझिए, अपनी पत्नी की इनकम और एलिजिबिलिटी को ध्यान में रखिए और फिर स्मार्टली जॉइंट लोन का फायदा उठाइए। इससे न सिर्फ आपकी जेब पर बोझ कम होगा, बल्कि आपके नए घर का सपना भी जल्दी और आसानी से पूरा होगा।